रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट में धूमधाम से मनाया जाएगा रजत जयंती राज्य स्थापना दिवस।
Laxman Singh Bisht
Thu, Oct 30, 2025
लोहाघाट में धूमधाम से मनाया जाएगा रजत जयंती राज्य स्थापना दिवस।
महिलाओं व बच्चों की होगी कई खेलकूद व शैक्षिक प्रतियोगिताएं। महिलाओं की रस्सा कस्सी प्रतियोगिता रहेगी आकर्षण का केंद्र।
9 नवंबर को उत्तराखंड अपना 25 वा रजत जयंती स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। चंपावत जिले के लोहाघाट में रजत जयंती राज्य स्थापना दिवस को काफी धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोर-जोर से चल रही है। गुरुवार को नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा की अध्यक्षता में राज्य स्थापना दिवस को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में दर्जा राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडे, नगर के विभिन्न जनप्रतिनिधि ,व्यापारी व सभी स्कूलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक में रजत जयंती स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाने को लेकर चर्चाएं की गई। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने अपने-अपने सुझाव दिए। पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा ने बताया 09 नवंबर को उत्तराखंड राज्य स्थापना रजत जयंती वर्ष को लोहाघाट में काफी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 09 नवंबर को बारात घर मैदान में महिलाओं की कई खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा जिसमें महिलाओं की रस्सा कस्सी, घड़ा फोड़, म्यूजिकल चेयर रेस व रंगोली व अन्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा तथा इसके अलावा बच्चों की भी कई खेलकूद व शैक्षिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इसके अलावा बुजुर्गों की वॉक भी आयोजित होगी। पालिका अध्यक्ष ने क्षेत्र की सभी मातृशक्ति से अधिक से अधिक संख्या में आकर राज्य स्थापना दिवस को भव्य बनाने व प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने की अपील की है। पालिका अध्यक्ष ने कहा स्थापना दिवस को ऐतिहासिक रूप दिया जाएगा।
जिसमें सभी विद्यालयों व समाजसेवियों तथा जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा। पालिका अध्यक्ष ने कहा रजत जयंती राज्य स्थापना दिवस मातृशक्ति को समर्पित रहेगा। इस दौरान एडवोकेट, नवीन मुरारी , भैरव दत्त राय, खंड शिक्षा अधिकारी घनश्याम भट्ट, भाजपा प्रदेश मंत्री निर्मल महरा,गोविंद सिंह बोहरा, बृजेश महरा, कीर्ति बगोली जीवन गहतोड़ी, जितेंद्र शाह, सभासद सुरेश फर्त्याल, योगेश जोशी ,आशीष राय, दीपक गोस्वामी, निशांत पुनेठा , पूर्व सभासद भुवन बहादुर सहित समस्त विद्यालयों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।