रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : चंपावत जिले में अतिथि शिक्षकों का आंदोलन शुरु। नहीं करेंगे गैर शैक्षणिक कार्य
 
                
                
            चंपावत जिले में अतिथि शिक्षकों का  आंदोलन  शुरु। नहीं करेंगे गैर शैक्षणिक कार्य  प्रदेश संगठन के आह्वान पर आज 01 अगस्त से प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों का चरणबद्ध आंदोलन शुरू हो गया है। चंपावत जिले में अभी अतिथि शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष चंचल सिंह कुंवर के नेतृत्व में जिले भर के समस्त अतिथि शिक्षकों ने आंदोलन की शुरुवात कर दी है। जिले के समस्त अतिथि शिक्षकों ने अपने-अपने विद्यालयो में पत्र देकर गैर शैक्षणिक कार्य करने से साफ मना कर दिया है ।जिलाध्यक्ष चंचल सिंह कुंवर ने जानकारी देते हुए बताया चंपावत जिले के दुर्गम व अति दुर्गम क्षेत्र में सैकड़ो अतिथि शिक्षक तैनात है जो पूर्ण मनोयोग से कार्य कर रहे हैं। पर विभाग व सरकार के द्वारा आज तक उनकी  मांग नहीं मानी गई है ।ऊपर से उनका जनवरी व जून का मानदेय  काट लिया गया है। इसके अलावा शिक्षा निदेशक के द्वारा पितृत्व  व बाल्य देखभाल अवकाश भी समाप्त कर दिया  है। जिला अध्यक्ष कुंवर ने बताया अतिथि शिक्षक उत्पीड़न से परेशान होकर   आंदोलन की राह में जाने को मजबूर हुए। उन्होंने कहा अतिथि शिक्षक कोई भी गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करेंगे। तथा प्रदेश संगठन के निर्देश पर आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। अतिथि शिक्षकों के इस आंदोलन से छात्र-छात्राओं व विभाग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रदेश संगठन के आह्वान पर आज 01 अगस्त से प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों का चरणबद्ध आंदोलन शुरू हो गया है। चंपावत जिले में अभी अतिथि शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष चंचल सिंह कुंवर के नेतृत्व में जिले भर के समस्त अतिथि शिक्षकों ने आंदोलन की शुरुवात कर दी है। जिले के समस्त अतिथि शिक्षकों ने अपने-अपने विद्यालयो में पत्र देकर गैर शैक्षणिक कार्य करने से साफ मना कर दिया है ।जिलाध्यक्ष चंचल सिंह कुंवर ने जानकारी देते हुए बताया चंपावत जिले के दुर्गम व अति दुर्गम क्षेत्र में सैकड़ो अतिथि शिक्षक तैनात है जो पूर्ण मनोयोग से कार्य कर रहे हैं। पर विभाग व सरकार के द्वारा आज तक उनकी  मांग नहीं मानी गई है ।ऊपर से उनका जनवरी व जून का मानदेय  काट लिया गया है। इसके अलावा शिक्षा निदेशक के द्वारा पितृत्व  व बाल्य देखभाल अवकाश भी समाप्त कर दिया  है। जिला अध्यक्ष कुंवर ने बताया अतिथि शिक्षक उत्पीड़न से परेशान होकर   आंदोलन की राह में जाने को मजबूर हुए। उन्होंने कहा अतिथि शिक्षक कोई भी गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करेंगे। तथा प्रदेश संगठन के निर्देश पर आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। अतिथि शिक्षकों के इस आंदोलन से छात्र-छात्राओं व विभाग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
 
             
                     
             
             
             
             
             
             
            